2022 के बीमा उद्योग के रुझान और 2023 के लिए आउटलुक: एक्सा फ्रांस भारत रीइंश्योरेंस शाखा

टेक्नोलोजी के जरिये स्वास्थ्य बीमा उद्योग के नई ऊंचाइयों को छूने की भरपूर संभावनाएं – अंकुर निझावन, एक्सा फ्रांस वी इंडिया रीइंश्योरेंस ब्रांच के सीईओ
नई दिल्ली—जनवरी, 2023 – एक्सा फ्रांस वी इंडिया रीइंश्योरेंस ब्रांच ने बताया कि 2022 का वर्ष भारत सहित विश्व स्तर पर बीमा उद्योग के लिए टेक्नोलोजी के प्रभुत्व वाला वर्ष था।

प्रमुख रुझान जो वर्ष के दौरान सामने आए हैं:

डेटा साइंस एंड एनालिटिक्स: डेटा से संबंधित तकनीकों का निर्माण और बढ़ावा देना, विशेष रूप से उन्नत तकनीक जैसे कि डेटा पूलिंग, एनालिटिक्स और सुरक्षा और मशीन लर्निंग से जुड़े लोगों को 2022 में अधिक महत्व मिला। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) कार्यों ने ऐसे कुछ कार्यों को करने में सक्षम किया, जिन्हें पहले लोग ही पूरा कर पाते थे, लेकिन अब इस तरह के तमाम काम टेक्नोलोजी पर निर्भर हो गए हैं। कंपनियों ने भी पर्याप्त सुरक्षा उपायों को लागू करते हुए अपने ग्राहकों से संबन्धित जानकारी की रक्षा करने के काम को सर्वोच्च प्राथमिकता प्रदान की।

इंश्योरटेक: ग्राहकों और बीमाकर्ताओं दोनों के लिए लागत कम करने, अपने कामकाज से संबन्धित दक्षता को बढ़ावा देने और संपूर्ण ग्राहक अनुभव को बढ़ाने के लिए इंश्योरटेक कंपनियों ने नवीनतम बीमा तकनीक का लाभ उठाया। इंश्योरटेक ने उन क्षमताओं को और आगे बढ़ाने में मदद की। इंश्योरटेक के आवेदन ने बीमाकर्ताओं को दावों को प्रोसैस संसाधित करने, जोखिम का आकलन करने, अनुबंधों का प्रबंधन करने और बीमा पॉलिसी को अधिक कुशलता से दर्ज करने में मदद की।

2022 में सामने आए रुझानों की समीक्षा करते हुए एक्सा फ्रांस वी इंडिया रीइंश्योरेंस ब्रांच के सीईओ श्री अंकुर निझावन ने कहा, ‘पिछले कुछ वर्षों के दौरान सामान्य जीवन से जुड़े लोगों के विचारों में व्यापक बदलाव आया है। जीवन के पुराने तरीके छोड़ कर लोग तेज़ी से नए तौर-तरीके अपना रहे हैं। यही बात बीमा इंडस्ट्री के लिए भी कही जा सकती है। हालांकि बीमा कंपनियों पर कोविड-19 महामारी का दूरगामी प्रभाव पड़ा है, लेकिन यह भी सच है कि इसी दौरान कंपनियों ने डिजिटलीकरण की प्रक्रिया को तेजी से अपनाया और आज हम इसके सबसे महत्वपूर्ण और दीर्घकालिक प्रभाव देख रहे हैं।’

2023 के लिए आउटलुक:

ग्राहक के अनुभव को और बेहतर बनाने की दिशा मे अधिक प्रयास: यह स्पष्ट है कि बीमा कंपनियाँ अब अपने ग्राहकों के लिए जटिल उत्पाद खरीदना और सेवा अनुरोधों को सहज तरीके से पूरा करना आसान बनाएँगी और इस दिशा मे डिजिटल तकनीकों का भरपूर उपयोग किया जाएगा। बीमा उद्योग के ग्राहकों को प्रभावी ऑनबोर्डिंग प्रक्रिया के लिए अधिक उम्मीदें होंगी क्योंकि वे ई-कॉमर्स जैसे ऑनलाइन अनुभव के आदी हैं। ग्राहकों के अनुभव को और बेहतर बनाने के लिए बीमा कंपनियां एआई से सुसज्जित चैटबॉट और अन्य तकनीक का इस्तेमाल करेंगी।

वैल्यू एडेड सेवाओं को आधार मिलेगा: बीमा कंपनियां बीमाकर्ताओं को अपने अंडररिटन कवरेज में मूल्य वर्धित सेवाओं को शामिल करने के लिए प्रेरित करेंगी, जिनमें जोखिम कम करने के इंटरएक्टिव टूल्स, शैक्षिक सामग्री, ग्राहक व्यवहार के आधार पर अनुरूप सलाह, और बहुत कुछ शामिल हैं।

बीमाकर्ता कनेक्टेड बीमा को प्राथमिकता देंगे: जैसे-जैसे बीमाकर्ता डिजिटाइज्ड दुनिया की मांगों को पूरा करने के लिए कदम उठा रहे हैं, वैसे-वैसे ही कनेक्टेड इंश्योरेंस यानी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई), इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी), टेलीमैटिक्स और अन्य उन्नत तकनीकों का उपयोग जल्द ही आम चलन बन जाएगा।

श्री अंकुर निझावन ने निष्कर्ष रूप में कहा, ‘ बीमा उद्योग को जिस तेजी से बदलाव की जरूरत है, उसके अनुरूप नई तकनीक और अपडेट नियमों के आधार पर इस सेक्टर को नए सिरे से आकार देकर सुगम बनाया जा सकता है। इन तकनीकों को अपनाना बीमा व्यवसायों के लिए आवश्यक हो गया है अगर वे प्रभावी रूप से नई चुनौतियों का सामना करने और प्रतिस्पर्धी बाज़ार में विकसित होना चाहते हैं।’

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